नरेंद्र मोदी का भारत की सबसे लोकप्रिय हस्ती बनने तक का सफर आसान नहीं





नरेंद्र

 मोदी ऐसी शख्सियत का नाम है जो कभी भी आलोचनाओं से घबराता नहीं है। बल्कि अपनी आलोचनाओं का आत्म मूल्यांकन कर अपनी कमियों को सुधारने की कोशिश करता है। यही खूबी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरे राजनीतिज्ञों से अलग बनाती है। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की बात की जाए तो आज के समय में भारत देश में सबसे ज्यादा लोकप्रिय हस्ती कोई है तो उसका नाम नरेंद्र मोदी है। भारत देश में ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता बड़े पैमाने पर है। मोदी देश-विदेश में कहीं भी जाते हैं तो लोग उनसे हाथ मिलाने, साथ में फोटो खिंचवाने और सेल्फी लेने को आतुर होते हैं। ऐसी लोकप्रियता आज के समय में विश्व के किसी भी राजनेता की नहीं दिखती है। एक समय ऐसा था जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब अमेरिका जैसे बड़े देश ने नरेंद्र मोदी पर अमेरिका में आने पर प्रतिबन्ध लगा रखा था, लेकिन आज वही अमेरिका और उसके राष्ट्रपति चाहे बराक ओबामा रहे हों, चाहे मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हों, मोदी का बाहें खोलकर स्वागत करते हैं। यह सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हिमालय जैसे विराट व्यक्तित्व की वजह से है।

सबसे ज्यादा आलोचनाएं भी झेली हैं मोदी ने
अगर नरेंद्र मोदी की राजनीति के बारे में बात की जाए तो आजादी के बाद भारत के इतिहास में जिस राजनेता ने विपक्ष की सर्वाधिक आलोचनाओं का सामना किया है तो पहले नंबर पर नरेंद्र मोदी का नाम होगा। विपक्ष नरेंद्र मोदी की जितनी भी आलोचना करता रहा हो, लेकिन हर बार नरेंद्र मोदी पूरी मजबूती के साथ एक सशक्त नेता के रूप में उभर के सामने आये क्योंकि नरेंद्र मोदी अपने खिलाफ किये गए दुष्प्रचार से कभी घबराये नहीं बल्कि उन्होंने अपनी आलोचनाओं और अपने खिलाफ विपक्ष द्वारा किये गए दुष्प्रचार का डटकर सामना किया। तभी नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री जैसे बड़े पद पर पहुँच पाए। गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए विपक्ष नरेंद्र मोदी की आलोचनाएं और दुष्प्रचार करता रहा और नरेंद्र मोदी सम्पूर्ण देश के आमजन के दिलों में अपनी जगह बनाते रहे इसका नतीजा 2013 में नरेंद्र मोदी को भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाना रहा। नरेंद्र मोदी ऐसे व्यक्तित्व हैं जिनको 2013 में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने पर अधिकतर भाजपा के बड़े नेता सहमत नहीं थे, बल्कि उनका विरोध कर रहे थे। लेकिन देश में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता काफी बढ़ चुकी थी। इसके बाद देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि जिसमें किसी व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनाने का फैसला पार्टी ने नहीं किया बल्कि जनता ने पार्टी को मजबूर कर दिया ऐसा करने के लिए, यह सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी की भारत के जनमानस में लोकप्रियता के कारण ही हुआ।
गुजरात में किये कई विकास कार्य
नरेंद्र मोदी ने 13 साल गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए अनेकों कार्य किये, जिसकी बदौलत गुजरात के साथ-साथ देशभर की जनता में भी नरेंद्र मोदी के लिए आकर्षण बढ़ा। मुख्यमन्त्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के विकास के लिये अनेकों महत्वपूर्ण योजनाएँ प्रारम्भ कीं व उन्हें सफलतापूर्वक क्रियान्वित कराया, जिससे उनके सुशासन और गुजरात के विकास का डंका देश के साथ ही विश्वभर में भी खूब बजा। नरेंद्र मोदी ने 2002 के गुजरात दंगों के बाद जब अपने अच्छे काम से विकास पुरुष की छवि बनायी तब जिन देशों ने नरेंद्र मोदी के आने पर प्रतिबन्ध लगा रखा था उन देशों के सांसदों और राजनयिकों ने गुजरात में आना शुरू किया और नरेंद्र मोदी की तारीफों के खूब कसीदे पढ़े। इसने नरेंद्र मोदी के प्रति विश्व बिरादरी का रुख सकारात्मक करने में अहम् भूमिका निभाई। यह सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात में विकास के कार्यों और सुशासन स्थापित करने के कारण ही संभव हुआ।
नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात में किये गए विकास कार्यों और सुशासन की बदौलत ही आज नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री पद की गद्दी पर काबिज हैं। नरेंद्र मोदी ने गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुए अनेकों ऐसी योजनाओं को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया जिसने गुजरात की छवि को बदल कर रख दिया। इन योजनाओं में प्रमुख रूप से पंचामृत योजना, सुजलाम् सुफलाम, कृषि महोत्सव, चिरंजीवी योजना, मातृ-वन्दना, बेटी बचाओ, ज्योतिग्राम योजना, कर्मयोगी अभियान, कन्या कलावाणी योजना, बालभोग योजना थीं। पंचामृत योजना राज्य के एकीकृत विकास की पंचायामी योजना थी। सुजलाम् सुफलाम् के अंतर्गत गुजरात में जल की बर्बादी को रोकने के लिए जलस्रोतों का उचित व समेकित उपयोग किया गया। कृषि महोत्सव द्वारा उपजाऊ भूमि के लिये गुजरात में शोध प्रयोगशालाएँ खुलवाई गयीं। चिरंजीवी योजना के अंतर्गत नवजात शिशु की मृत्युदर में कमी लाने पर काम किया गया। मातृ-वन्दना योजना के द्वारा जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य की रक्षा हेतु गुजरात सरकार समर्पित रही। कन्याभ्रूण-हत्या व लिंगानुपात पर अंकुश हेतु ‘‘बेटी बचाओ’’ को गुजरात में लागू किया।
ज्योतिग्राम योजना के द्वारा गुजरात के प्रत्येक गाँव में बिजली पहुंचाई गयी। सरकारी कर्मचारियों में अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठा जगाने हेतु कर्मयोगी अभियान नरेंद्र मोदी के गुजरात में मुख्यमंत्री रहते चलाया गया, जिसके सकारात्मक परिणाम निकले। कन्या कलावाणी योजना द्वारा सम्पूर्ण गुजरात में महिला साक्षरता व शिक्षा के प्रति जागरुकता पैदा की गयी। निर्धन छात्रों को विद्यालय में दोपहर का भोजन खिलने के लिए बालभोग योजना को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया गया। इन सभी योजनाओं के साथ ही नरेंद्र मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए गुजरात के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ‘‘कुछ दिन तो गुजारो गुजरात में’’ का सदी के महानायक अमिताभ बच्चन से प्रचार करवाया। इस अभियान से गुजरात के पर्यटन को काफी लाभ हुआ। ये सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि का ही कमाल है जिसकी वजह से देश का हर राज्य गुजरात की तरह विकसित राज्य बनना चाहता है।
विश्व में भारत का मान बढ़ाया
नरेंद्र मोदी ने देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत का विश्व स्तर पर मान बढ़ाया है। नरेंद्र मोदी का मन्त्र है ‘‘न किसी को आंख दिखाएंगे, न आंख झुकाएंगे’’ इसी मन्त्र के साथ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अहम स्थान है। आज पाकिस्तान जैसे देश जिसमें आतंकवाद का पोषण किया जाता है, को विश्व स्तर पर अलग-थलग करने में नरेंद्र मोदी की कूटनीति का ही अहम योगदान है। आज नरेंद्र मोदी की कूटनीति का ही कमाल है जिससे चीन जैसे बड़े देश को डोकलाम विवाद पर अपने पैर वापस पीछे खींचने पड़े। एक समय डोकलाम विवाद को लेकर ऐसा लग रहा था कि भारत और चीन के बीच युद्ध होकर रहेगा। लेकिन चीन की तरफ से उकसाने वाले बयान आने के बावजूद भी नरेंद्र मोदी ने संयम से इस गतिरोध का हल निकाला। जिसका नतीजा ये रहा कि चीन को डोकलाम से अपनी सेना वापस बुलानी पड़ी। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे विश्व में भारत की जय-जयकार हो रही है। आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व स्तर पर भारत की धूम मची है। इसके अलावा जब से नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने हैं तब से देश प्रगति के रास्ते पर जा रहा है। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री रहते हुए अब तक दर्जनों जनमानस से जुड़ी हुई योजनाओं को लागू कराया है, जिसका सीधा-सीधा लाभ आम जनता हो रहा है।
सर्जिकल स्ट्राइक
पहली बार नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा हमारी बहादुर सेना के नेतृत्व में पाकिस्तान में घुसकर लक्षित हमले किये गये और पाकिस्तान को सख्त सन्देश दिया गया कि हिन्दुस्तान अब पाकिस्तान पोषित आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा। कश्मीर में भी अब तक भारतीय सेना द्वारा दर्जनों बड़े आतंकवादियों को मार गिराया है। कश्मीर में अलगाववादियों पर भी टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शिकंजा कसा हुआ है। ये वे लोग हैं जो कश्मीर घाटी में विध्वंसक गतिविधियों के लिए पाकिस्तान से धन लेते रहे हैं।
आर्थिक सुधार
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने देश में कई बड़े आर्थिक सुधार किये हैं जिनमें प्रमुख रूप से नोटबंदी और देश में जीएसटी का लागू होना है। एक समय ऐसा लग रहा था कि नोटबंदी का देश में बड़े पैमाने पर विरोध होगा लेकिन विपक्ष के विरोध के बावजूद देश की आम जनता ने नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले को खुशी-खुशी स्वीकार किया। साथ ही नरेंद्र मोदी ने देश में 01 जुलाई 2017 से जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) को लागू कराया। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को देश में लागू करा पाना भी मोदी सरकार के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी। लेकिन मोदी सरकार ने इस चुनौती का सामना करते हुये अंततः सफलता प्राप्त की। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) भारत की सबसे महत्वपूर्ण अप्रत्यक्ष कर सुधार योजना है। जिसका उद्देश्य राज्यों के बीच वित्तीय बाधाओं को दूर करके एक समान बाजार को बांध कर रखना है। इसके माध्यम से सम्पूर्ण देश में वस्तुओं और सेवाओं पर एकसमान कर लगाया जाएगा। इससे देश के सभी नागरिकों और व्यापारियों को सीधा-सीधा फायदा मिलेगा और कालाबाजारी तथा चोरी पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। 
जन कल्याण योजनाएं
इसके साथ ही नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के द्वारा चार करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों को एलपीजी कनेक्शन मिल चुका है जो कि सरकार का बहुत बड़ा कदम है। इसके साथ ही जन-धन योजना के अंतर्गत 30 करोड़ से ज्यादा लोगों के जीरो बैलेंस पर खाते खुलवाए गए। मोदी सरकार कोयला, स्पेक्ट्रम और पर्यावरण के मामलों में पूर्ण पारदर्शिता लेकर आयी है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिए 2022 तक भारत के प्रत्येक नागरिक को एक छत देने का संकल्प लिया है, इसमें हर साल के हिसाब से लक्ष्य तय किये गए हैं। इसके अलावा हार्ट स्टैंट कि कीमतों में 80 प्रतिशत की कटौती की है। मोदी सरकार ने नौकरियों में रिश्वतखोरी को रोकने की लिए ग्रेड 3 और 4 की नौकरियों में इंटरव्यू को पूर्णतः खत्म कर दिया है। स्वच्छ भारत के लिए भी प्रधानमंत्री ने खुद रूचि दिखाई है और स्वच्छ भारत अभियान को एक जन-आंदोलन बना दिया है। इसके लिये स्वच्छता ही सेवा नाम से बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत गरीबों के लिए ऋण की व्यवस्था सरकार ने की है। मोदी सरकार ने नारियों के सशक्तिकरण के लिए भी कई घोषणाएं की हैं, जिसमें उज्जवला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ प्रमुख रूप से हैं। इसके अलावा भी सरकार ने महिलाओं के लिए मातृत्व अवकाश 12 हफ्तों से बढ़ाकर 26 हफ्ते किया है। इसके साथ-साथ गर्भावस्था में महिलाओं के पोषण के लिए 6000 रूपये की व्यवस्था की है।
युवाओं के लिए भी सरकार स्किल इंडिया योजना के माध्यम से अवसर दे रही है, इसके माध्यम से 1 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण मिलेगा। इसके अलावा भी सरकार स्टार्ट अप योजना के तहत भी युवाओं को मौके दे रही है। किसानों के लिए भी सरकार ने नीम-कोटेड यूरिया की व्यवस्था की है। नीम-कोटेड यूरिया इस्तेमाल के बाद जहां एक ओर यूरिया की कालाबाजारी कम हुई है, वहीं अब यूरिया के उपयोग पर गैर कृषि कार्यों में प्रतिबन्ध लगा है। इसके साथ की किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भी लागू की गयी है, इसके माध्यम से किसानों की फसल को प्राकृतिक आपदा की स्थिति में हुयी हानि को किसानों के प्रीमियम का भुगतान देकर एक सीमा तक कम करायेगी। इसके अलावा भी मोदी सरकार द्वारा देश में अनेकों जनहित की योजनाएं चलाई जा रही हैं जिनका सीधा-सीधा फायदा आम आदमी को हो रहा है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी मोदी सरकार काफी काम कर रही है इसके लिए आयुष्मान भारत योजना या मोदीकेयर, सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले (बीपीएल धारक) को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है। इसके अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को मोदी सरकार द्वारा 5 लाख तक का कैशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जायेगा। अगर आयुष्मान भारत योजना देश में सही तरीके से क्रियान्वित होती है तो देश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह बहुत बड़ी क्रांति होगी। जिसका सीधा-सीधा फायदा आम गरीब आदमी को मिलेगा। 
तीन तलाक से निजात दिलवाने की दिशा में बड़ा कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं की आवाज बनकर इस मुददे को सार्वजनिक मंचों से उठाया, ऐसा देश में पहली बार हुआ कि किसी प्रधानमंत्री ने तीन तलाक के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठाई हो। इसका नतीजा ये रहा कि उच्चतम न्यायलय ने 22 अगस्त 2017 को तीन तलाक मसले पर कई मुस्लिम महिलाओं की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुये अपना ऐतहासिक फैसला सुनाया, अपने फैसले में देश की सर्वोच्च अदालत ने तीन तलाक की प्रथा को ‘अमान्य’, ‘अवैध’ और ‘असंवैधानिक’ करार दिया है। यह फैसला देश की लाखों-करोड़ों मुस्लिम महिलाओं के लिये जश्न का विषय था क्योंकि यह फैसला महिलाओं के समानता के अधिकार और संवैधानिक अधिकारों की जीत थी। इस बिल के मुताबिक तीन तलाक या तलाक-ए-बिद्दत गैरकानूनी होगा। बिल के अंतर्गत प्रावधान है कि अगर कोई पति अपनी पत्नी को मुंह जुबानी, लिखकर या किसी इलेक्ट्रानिक माध्यम से तलाक कहता है तो वो गैर कानूनी होगा। अगर यह बिल राजयसभा में पारित होता है तो यह कानून बन जाएगा और इससे मुस्लिम महिलाओं पर अत्याचार रुकेंगे और उनके अधिकारों की भी रक्षा होगी।

जब से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं उनके नेतृत्व में देश ने कई गुना तरक्की की है। साथ-साथ सरकार ने कई बड़े और प्रभावी कदम उठाये हैं जिनका सीधा-सीधा सरोकार गरीब आम आदमी से था। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी सरकार ने अपनी योजनाओं के माध्यम से देश के अंतिम आदमी तक पहुँचने का प्रयास किया है। जो कि सराहनीय कदम है। नरेंद्र मोदी ऐसे व्यक्ति हैं जो हर चीज को रचनात्मक रूप से पेश करते हैं और आम व्यक्ति को इससे जोड़ते हैं तथा जन-आंदोलन बना देते हैं। तभी वो हर कार्य में सफल हो पाते हैं। ईश्वर ऐसी विलक्षण प्रतिभा हर किसी को नहीं देता है, जो कि नरेंद्र मोदी के पास है। नरेंद्र मोदी ईश्वर द्वारा बनाया गया वह अनमोल रत्न है जो आज भी इतने व्यस्त समय से समय निकालकर समय-समय पर अपनी जननी और माता हीराबेन के चरणों में अपना शीश झुकाता है। आज नरेंद्र मोदी की देश के प्रति समर्पण और त्याग की भावना को देखकर देश का प्रत्येक नागरिक उनको अपने दिलों में बसाये हुए है।
बेशक नरेंद्र मोदी ने गुजरात के छोटे से वडनगर ग्राम में जन्म लिया हो लेकिन आज वो भारत के प्रत्येक घर के सदस्य बन चुके हैं। नरेंद्र मोदी के चाय बेचने से लेकर देश के प्रधानमंत्री बनने तक का सफर बहुत ही कठिनाइयों और परिश्रम से भरा रहा है। हर व्यक्ति को नरेंद्र मोदी के व्यक्तिगत जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। 

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