मुसाफिर हूँ ...mushkilo par- kuch shabd meri kalam se

न ढूँढ  मुझमें  किरदार 
दुनिया की भीड़ में 
ओ वफादार 

मैं मुश्किलों से सम्भला 
मुसाफिर हूँ 
इन कांटो भरे रहो का 
काफिर हूँ 

बहुत दूर तक है कहीं 
कुछ नहीं 
आगाज हूँ मैं ,,,अहसास हूँ 



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1)falsafa lamho ka
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