दीदार से आपकी









यु तो जिन्दगी मे फासले बहोत हुए
मगर तुझसे कोई मिल न सका

दिन में कब भला
रात की रानी ने
अदाएं दिखाई है
इसलिए शायद
शहर सोया है
और तेरी खुशबु आई  है

दीदार से आपकी  न जाने
कैसा नशा सा चढ़ जाता है
मन सुनता नहीं
दिल अपने आप आपकी और बढ़ जाता है......

        🔱अमित तिवारी 🔱

Comments

Popular posts from this blog

तुम और,गैरो से हस हस के बात कर लेती (shab meri kalam se) short shyari

यूँ जो हमसे घंटो बाते करते हो .... SHAYARI IN HINDI

बिना उसके...