बेजुबान इश्क(नजर की बात ) - part 2

कभी सीने से लगकर ,तो कभी होंठो को छूती है 
क़यामत है वो लड़की ...जो मेरे साँसो को छूती है 
न होश भी रहा है .... न है खबर  किसी की 
 .....न होश भी रहा है .... न है खबर  किसी की 
नजर में तो आई है अब नजर किसी की 
 ......... मैंने जिसे चाहा ....,मिला नहीं है वो 
मोहब्बत नहीं है वो मेरी
मगर है किसी की  ......


जिंदगी मिली थी उसे बेकार नहीं किया 
प्यार तो किया पर इजहार नहीं किया 
उसकी याद में आँसू क्यों बहाऊँ मैं 
जिस लड़की ने मुझे कभी प्यार नहीं किया  
      ......जिंदगी मिली थी उसे बेकार नहीं किया   💓💓💓



(अच्छा लगे सारे पार्ट तो शेयर जरूर करना )                                                                       



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