राह के पन्नो पे तुझे लिख लिया करते है - shayari
सच बोलता हूँ
तुझे मिल के
यूँ तो अदाए हमने भी देखी है
आइना न देख मेरे दिल का
मुद्दतो से राते काटी है ,,
की तेरी तख़वी पे दिल रखकर
जहर का जाम हमने भी पिया है
मेरी खामोशी मे सन्नाटा भी है ,,और शोर भी
तूने देखा ही नहीं .,,
आँखों में कुछ और भी है
दर्द की अपनी ही
इक अदा होती है
कम्बख्त वो भी सहने वालो पे फ़िदा होती है
राह के पन्नो पे तुझे लिख लिया करते है
लिखा न कर मेरी दिल की बात
तू ही धड़कन। .तू ही रात
🔱अमित तिवारी 🔱
तुझे मिल के
यूँ तो अदाए हमने भी देखी है
आइना न देख मेरे दिल का
मुद्दतो से राते काटी है ,,
की तेरी तख़वी पे दिल रखकर
जहर का जाम हमने भी पिया है
मेरी खामोशी मे सन्नाटा भी है ,,और शोर भी
तूने देखा ही नहीं .,,
आँखों में कुछ और भी है
दर्द की अपनी ही
इक अदा होती है
कम्बख्त वो भी सहने वालो पे फ़िदा होती है
राह के पन्नो पे तुझे लिख लिया करते है
लिखा न कर मेरी दिल की बात
तू ही धड़कन। .तू ही रात
🔱अमित तिवारी 🔱
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