Posts
Showing posts from May, 2020
बड़ी मजबूर है वो - शब्द मेरी कलम से ......(shayari)
- Get link
- X
- Other Apps
बड़ी मजबूर है वो - राह चलते मुसाफिर की दास्ताँ बड़ी मजबूर है वो पर मैं भी कुछ कम नहीं तेरे मेर बीच क्या गम कुछ कम नहीं ये दर्द है इसे मजबूरी का नाम न दे कुछ तूने भी किया होगा हर बात का मुझपे इल्जाम न दे बड़ी देर है मुझे समझने में अभी इन परेशानियों की रूह........ मैं अकेला तो नहीं राह मुश्किल अब हो गई तो क्या वक़्त के इस तराजू में गम कुछ मेरे भी कम नहीं ( AMIT TIWARI ) सर्वश्रेष्ठ दूसरी पोस्ट देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे👇👇 kharab hum hai - shayari dil pagal hai - shayari
कुछ न कर सका - shabd meri kalam se
- Get link
- X
- Other Apps
परवाह अब कोई शब्द नहीं जीवन का कोई वक़्त नहीं। ...... कुछ न कर सका इस पल में जो चाहा वो मिला नहीं और जो मिला वो चाहा नहीं। ... बड़ी मुश्किलें अब अंजाम लगती है जो चाहो उसे पाने की हर कोशिश नाकाम लगती है. ...... .... सर्वश्रेष्ठ दूसरी पोस्ट देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे👇👇 kharab hum hai - shayari dil pagal hai - shayari