अब नामंजूर .. न कर... मेरा हर खत ..... SHAYARI IN HINDI




 नामंजूर ..  न कर... 
 मेरा हर खत ..... 
तुझे देखने को...  हर  वक़्त लिखता है 

और न मिलती श्याही हमारी 
..... और न मिलती श्याही हमारी 
लेकिन खत का हर पन्ना गुलाबी हुआ करता है 

हम मिल भी जाएँ तो क्या होगा
ग़मों के बदल तो तब भी आएंगे ...... 
न मसला उठेगा इस बात का
सब छोड़ बस  इंतज़ार रहेगा  

वो कहानी जो तुमने अधूरी छोड़ी थी 
उसे पूरा करने को दिल बेक़रार रहेगा 











Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

तुम और,गैरो से हस हस के बात कर लेती (shab meri kalam se) short shyari

यूँ जो हमसे घंटो बाते करते हो .... SHAYARI IN HINDI

बिना उसके...