कहीं दूर बैठी हो..... पास नहीं मेरे .... पर मजबूर बैठी हो यूँ जो हमसे घंटो बाते करते हो मुश्किलों में देख.... फ़िक्र किया करते हो कहीं तेरी तबियत का इलाज तो नहीं कहीं मैं ........ तुम्हारा .. प्यार तो नहीं। अब जो धीरे से मुस्कुराने लगे हो छुप छुप के... शर्माने लगे हो। ...... कभी देखते नहीं थे जो तुम आइना अब तुम उसपे घंटो बिताने लगे हो कहीं तेरी तबियत का इलाज तो नहीं कहीं मैं ........ तुम्हारा प्यार तो नहीं सर्वश्रेष्ठ दूसरी पोस्ट देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे👇👇 kharab hum hai - shayari dil pagal hai - shayari अब नामंजूर .. न कर... मेरा हर खत ..... SHAYARI IN HINDI ये नुमाइश मोहब्बत की
वफ़ा का रंग जो गहरा दिखाई देता है 💖💛💔 वक़्त उसमे कुछ हमारा दिखाई देता है हमारा गम से ताल्लुक है बहुत पुराना न मिल सके वो चेहरा दिखाई देता है बिन बात के ही रूठने की आदत है खोया पल पाने की चाहत है 💔💔 जिसका भी है मेरा क्या है मैं तो आइना हूँ मुझे तो टूटने की आदत है 💔💔💔💔💔💔💔💔 सर्वश्रेष्ठ दूसरी पोस्ट देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे👇👇 1) falsafa lamho ka 2) https://mynewprogresss.blogspot.com/2020/03/samaj-ki-sachchai-padhe-jarur.html 3) https://mynewprogresss.blogspot.com/2020/03/padhe-jarur.html 4) https://mynewprogresss.blogspot.com/2020/03/hamare-smaaj-or-jiwan-ki-sachchai.html 5) https://mynewprogresss.blogspot.com/2020/03/kuch-shabd-meri-kalam-se.html सोर्स -int
अब तो मिलता नहीं वक़्त हमें खुद को पहचानते नहीं , खुद को इतना आम कर लिया एक ही दाग था उसके दामन में हमने उस दाग को भी अपने नाम कर लिया पर्दा तो रखा ही नहीं सरेआम कर लिया नूर मिला नहीं और रंगो का इंतज़ार कर लिया अब उस शख्स का दुनिया में बड़ा नाम है हमने जिसके लिए खुद को बदनाम कर लिया अब तो देखता ही नहीं की ज़माने से क्यों हट गए बादल लोग महलों में है और तुमने कब्र का इंतज़ाम कर लिया।....... सोर्स -int सर्वश्रेष्ठ दूसरी पोस्ट देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे👇👇 1) falsafa lamho ka 2) https://mynewprogresss.blogspot.com/2020/03/samaj-ki-sachchai-padhe-jarur.html 3) https://mynewprogresss.blogspot.com/2020/03/padhe-jarur.html 4) https://mynewprogresss.blogspot.com/2020/03/hamare-smaaj-or-jiwan-ki-sachchai.html 5) https://mynewprogresss.blogspot.com/2020/03/kuch-shabd-meri-kalam-se.html
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