बेवक्त... बेपरवाह

 बेवक्त... बेपरवाह।।।।


यूँ  बेवक्त  बेपरवाह तुम क्यूँ नहीं मेरे यहाँ। 

यूँ वक़्त गुजरे या पल गुजरे 

तुम्हें फ़र्क़ नहीं बेवक़्त की।. 

तुम्हें हम मिलें , यूँ  बरसा हुआ 

तुम्हें याद नहीं आई , यूँ बुरा भी नहीं 



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