नजर में तो गुलाब पहली बार आया है। ........ शब्द मेरी कलम से (short shayari .).
बड़ी मुश्किलों से कट रही थी रातें
समय का इक तूफ़ान सा आया है
गुमनाम थी जिंदगी
मसला ,,,,,, मोहब्बत का छाया है
यूँ तो मुश्किलें कम थी क्या
तुम्हारे नूर के दीदार ने दिल पर जो कहर गिराया है .....
......और
चाँद - सा रोशन ये चेहरा
गुलाब को खुद नजर..,,,,..गुलाब लगाने आया है। .......
खोजा मंजिलो में तुम्हे कई बार
मगर नजर में तो गुलाब पहली बार आया है। .........
🔰(अमित तिवारी)🔰
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1)वो मुझे भूलने की कोशिश
2)तुमने कब्र का इंतज़ाम कर लिया।
3)वफ़ा का रंग
4)इंसान कम यहाँ तो किरायदार मिलते है
5)ये नुमाइश मोहब्बत की
समय का इक तूफ़ान सा आया है
गुमनाम थी जिंदगी
मसला ,,,,,, मोहब्बत का छाया है
यूँ तो मुश्किलें कम थी क्या
तुम्हारे नूर के दीदार ने दिल पर जो कहर गिराया है .....
......और
चाँद - सा रोशन ये चेहरा
गुलाब को खुद नजर..,,,,..गुलाब लगाने आया है। .......
खोजा मंजिलो में तुम्हे कई बार
मगर नजर में तो गुलाब पहली बार आया है। .........
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1)वो मुझे भूलने की कोशिश
2)तुमने कब्र का इंतज़ाम कर लिया।
3)वफ़ा का रंग
4)इंसान कम यहाँ तो किरायदार मिलते है
5)ये नुमाइश मोहब्बत की
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