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बड़ी मजबूर है वो - शब्द मेरी कलम से ......(shayari)
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बड़ी मजबूर है वो - राह चलते मुसाफिर की दास्ताँ बड़ी मजबूर है वो पर मैं भी कुछ कम नहीं तेरे मेर बीच क्या गम कुछ कम नहीं ये दर्द है इसे मजबूरी का नाम न दे कुछ तूने भी किया होगा हर बात का मुझपे इल्जाम न दे बड़ी देर है मुझे समझने में अभी इन परेशानियों की रूह........ मैं अकेला तो नहीं राह मुश्किल अब हो गई तो क्या वक़्त के इस तराजू में गम कुछ मेरे भी कम नहीं ( AMIT TIWARI ) सर्वश्रेष्ठ दूसरी पोस्ट देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे👇👇 kharab hum hai - shayari dil pagal hai - shayari
कुछ न कर सका - shabd meri kalam se
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परवाह अब कोई शब्द नहीं जीवन का कोई वक़्त नहीं। ...... कुछ न कर सका इस पल में जो चाहा वो मिला नहीं और जो मिला वो चाहा नहीं। ... बड़ी मुश्किलें अब अंजाम लगती है जो चाहो उसे पाने की हर कोशिश नाकाम लगती है. ...... .... सर्वश्रेष्ठ दूसरी पोस्ट देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे👇👇 kharab hum hai - shayari dil pagal hai - shayari
तुम और,गैरो से हस हस के बात कर लेती (shab meri kalam se) short shyari
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वक़्त के पहले तराजू जैसी हो कल थी जैसी ,,आज भी वैसी हो की तुम्हे मानाने में ये सितम भी खाना था वहां वहां भी गए,, जहाँ न जाना था तुम और ,,गैरो से हस हस के बात कर लेती हमें पता है मकसद हमें जलना था। .... 🔰(अमित तिवारी) 🔰 सर्वश्रेष्ठ दूसरी पोस्ट देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे👇👇 1) वो मुझे भूलने की कोशिश 2) तुमने कब्र का इंतज़ाम कर लिया। 3) वफ़ा का रंग 4) इंसान कम यहाँ तो किरायदार मिलते है 5) ये नुमाइश मोहब्बत की
नजर में तो गुलाब पहली बार आया है। ........ शब्द मेरी कलम से (short shayari .).
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बड़ी मुश्किलों से कट रही थी रातें समय का इक तूफ़ान सा आया है गुमनाम थी जिंदगी मसला ,,,,,, मोहब्बत का छाया है यूँ तो मु श्किलें कम थी क्या तुम्हारे नूर के दीदार ने दिल पर जो कहर गिराया है ..... ......और चाँद - सा रोशन ये चेहरा गुलाब को खुद नजर..,,,,..गुलाब लगाने आया है। ....... खोजा मंजिलो में तुम्हे कई बार मगर नजर में तो गुलाब पहली बार आया है। ......... 🔰(अमित तिवारी) 🔰 सर्वश्रेष्ठ दूसरी पोस्ट देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे👇👇 1) वो मुझे भूलने की कोशिश 2) तुमने कब्र का इंतज़ाम कर लिया। 3) वफ़ा का रंग 4) इंसान कम यहाँ तो किरायदार मि...
न मिल सके वो दुआ मत करना...शब्द मेरी कलम से (short shayari)
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किसी को दिल से चाहना , बुरा तो नहीं इजहार ए इश्क़ , खता तो नहीं...... गुनाह है ज़माने में बेशक.. तो क्या हुआ...... ज़माने वाले भी इंसान है खुदा तो नहीं..... और न मिल सके वो दुआ मत करना मिलने की उससे खता मत करना अगर ढूंढ भी ले खुदा उसको तो पल में हंसकर दगा मत करना 🔰(अमित तिवारी) 🔰 सर्वश्रेष्ठ दूसरी पोस्ट देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे👇👇 1) वो मुझे भूलने की कोशिश 2) तुमने कब्र का इंतज़ाम कर लिया। 3) वफ़ा का रंग 4) इंसान कम यहाँ तो किरायदार मिलते है 5) ये नुमाइश मोहब्बत की
वो नज़रो तक से गिर गया.........(शब्द मेरी कलम से )
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जो कभी जहन तक प्यारा था ' वो नज़रो तक से गिर गया वो बता रहा है हद में रहो ,,,जो अपनी हद से गुज़र गया हिफाज़त दुश्मनो से कर लेते मगर .......हिफाज़त दुश्मनो से कर लेते मगर कोई अपना ,,,,,,,, दुश्मनी पे उतर गया मेरे हक़ में जो दलीले थी... फ़िज़ूल है अब मेरा गवाह ,,गवाही देने से मुकर गया ........ जो कभी जहन तक प्यारा था ' वो नज़रो तक से गिर गया......... सोर्स -int सर्वश्रेष्ठ दूसरी पोस्ट देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे👇👇 1) वो मुझे भूलने की कोशिश 2) तुमने कब्र का इंतज़ाम कर लिया। 3) वफ़ा का रंग 4) इंसान कम यहाँ तो किरायदार मिलते है 5) ये नुमाइश मोहब्बत की